भारत अब ‘रिफॉर्म एक्सप्रेस’ के तेज़ ट्रैक पर: NDA संसदीय बैठक में पीएम मोदी का बड़ा बयान
- byAman Prajapat
- 09 December, 2025
भारत की राजनीति के पुराने गलियारों में जब भी हवा कुछ नया संकेत लेकर बहती है, लोग रुककर सुनते हैं—कहीं यह बदलाव की आहट तो नहीं? और इस बार, ठीक ऐसी ही एक दिलचस्प आहट सुनाई दी NDA की संसदीय बैठक में, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े ठहराव और साफ शब्दों में कहा कि:
“भारत अब फुल-फ़्लेज्ड Reform Express के दौर में प्रवेश कर चुका है।”
ये लाइन भले सीधी-सी लगे, पर इसके पीछे एक पूरी तस्वीर, एक पूरा सपना, और एक पूरा रोडमैप छिपा बैठा है। और भाई, Modi कभी चीज़ें हौले-हौले नहीं कहते—उनका tone बताता है कि ये सिर्फ़ बयान नहीं, बल्कि संकेत है कि आने वाले महीनों में देश की नीतियाँ तेज़ लेन (fast lane) में दौड़ने वाली हैं।
🔥 क्या है ये ‘Reform Express’ मोड?
बात सीधी है—देश को धीमी नौकरशाही, पुरानी फाइलों और दीवारों जैसी प्रक्रियाओं से निकालकर एक हाई-स्पीड ग्रोथ मॉडल पर डालना। जैसे पुरानी ट्रेन की जगह बुलेट ट्रेन ले ले—बस वैसे ही।
इसके कुछ core pillars मोदी ने साफ तौर पर इशारों में समझाए:
1. आर्थिक सुधारों की रफ़्तार बढ़ेगी
निवेश की प्रक्रियाएँ और आसान
स्टार्टअप और MSME सेक्टर को नया बूस्ट
विदेशी निवेश के लिए और खुला माहौल
टेक्नोलॉजी-driven governance
Basically…
"Bhai, paperwork kam, kaam zyada."
2. गवर्नेंस मॉडल और modern होगा
पुराने जमाने की सरकारी दिनचर्या जिसमें एक काम के लिए दस काग़ज़ और पांच चक्कर लगते थे—उस mental image को मोदी काटकर फेंकना चाहते हैं।
3. जनता-केंद्रित बदलाव
मतलब—reforms जनता के सिर पर थोपे नहीं जाएंगे, बल्कि उनके लिए होंगे।
🌏 मोदी के भाषण का टोन: Practical + Visionary
PM Modi का tone काफी grounded था—जैसे कोई elder घर में calmly समझाता है कि,
“Beta, ab time aa gaya hai level up hone ka.”
उन्होंने कहा कि:
भारत केवल योजनाएँ बनाकर नहीं बैठेगा
भारत उन्हें deliver करेगा
और वो भी तेज़ी के साथ
इसका संकेत साफ है—
आने वाले बजट, नीतियाँ और प्रदेश स्तर के फैसले बड़े bold होने वाले हैं।
💼 NDA की बैठक क्यों महत्वपूर्ण थी?
ये वो जगह है जहाँ ruling coalition अपने अगले कई महीनों का पूरा प्लान sketch करता है—
और Modi का narrative यहाँ से शुरू होकर पूरे सिस्टम में फैलता है।
बैठक में फोकस रहा:
विकास
स्थिरता
राजनीतिक संदेश
और आने वाले बड़े चुनावी टाइम फ्रेम
🛤️ “Express” शब्द सिर्फ़ metaphor नहीं था
यह symbolic भी है और strategic भी:
गति
एक दिशा
और एक final destination
Modi की राजनीति हमेशा trains और travel के metaphors से भरी होती है—याद करो “Vikas ki Gati”, “Vishwas ki Gadi”, etc.
लेकिन इस बार उन्होंने इसे Reform Express कहा—जो बताता है कि next phase सिर्फ़ infrastructure का नहीं, governance structure का makeover है।

🚀 आने वाले महीनों में क्या बदलाव देख सकते हैं?
यहाँ सीधे-सीधे बता देता हूँ—no sugar-coating:
1. बड़ी आर्थिक नीतियाँ
श्रम कानून (labour laws) का नया पैकेज
बिजनेस रजिस्ट्रेशन fast-track
foreign trade में नई छूटें
taxation में कुछ bold moves
2. डिजिटल इंडिया का next level
AI, automation, डिजिटल रिकॉर्ड—ये सब governance में full power use होंगे।
3. शिक्षा और स्वास्थ्य में structural बदलाव
NEP को ground level पर speed मिलेगी, health infra और पुख़्ता होगा।
4. राजनीति में साफ संदेश
NDA दिखाना चाहता है कि 2024 के बाद भी उसकी रफ़्तार कम नहीं हुई—
बल्कि, अब वो turbo-mode में है।
🇮🇳 भारत का भविष्य: पुरातन संस्कृति + आधुनिक रफ़्तार
यही भारत की खासियत है, और Modi इस narrative को हमेशा push करते हैं:
जड़ें हमारी पुरानी
उड़ान हमारी नई
और रास्ता—दोनों का संतुलन
ये पूरा Reform Express असल में एक नई कहानी है:
“विकास तो होगा, पर अपनी पहचान के साथ।”
ये बात old-school लोगों को भी भाती है, और Gen Z को भी vibe देती है—
क्योंकि हर कोई चाहता है कि देश grow करे, पर अपनी soul खोए बिना।
🌟 निष्कर्ष: भारत एक तेज़ मोड़ पर खड़ा है
NDA बैठक में दिया गया Modi का यह बयान सिर्फ speech नहीं था—
ये एक roadmap था, एक warning थी, एक promise था:
“तेज़ी आएगी, बहुत आएगी—
जो साथ रहेगा, वो आगे जाएगा।”
देश एक बड़े बदलाव के मुहाने पर खड़ा है—
और Reform Express अब प्लेटफॉर्म छोड़ चुकी है।
अब सवाल इतना-सा है:
हम इसमें सवार होते हैं या इसे निकलते देख खड़े रहते हैं?
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जीणमाता मंदिर के पट...
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